कितना भी एशियन पेन्ट करवा लो दीवारे कभी नहीं बोलती , इसलिए जिंदगी और घर में अपनों का होना बहुत जरूरी है |
ना लिखेंगे खत हम आज के बाद। क्योंकि हो गई है, पेन की स्याही महंगी |